डेयरी टेक Startup ने जुटाए करीब 220 करोड़ रुपये, जानिए कहां इस्तेमाल होगा पैसा
बेंगलुरु की डेयरी टेक कंपनी Stellapps Technologies ने अपने सीरीज C फंडिंग राउंड में 26 मिलियन डॉलर यानी करीब 220 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है. इस फंडिंग में इक्विटी और कर्ज दोनों ही शामिल हैं. इस राउंड में Blume Ventures, Omnivore, और Bill & Melinda Gates Foundation जैसे मौजूदा निवेशकों के साथ-साथ नए निवेशक Miledeep Capital ने भी हिस्सा लिया है. इस फंडिंग में अमेरिका की International Development Finance Corporation (DFC) ने लोन दिया है.
नया फंडिंग राउंड 3 सालों के बाद हुआ है. इससे पहले स्टेलैप्स ने अक्टूबर 2021 में Nutreco से प्री-सीरीज C राउंड में 18 मिलियन डॉलर जुटाए थे. अब तक कंपनी ने लगभग 50 मिलियन डॉलर का निवेश जुटाया है.
मूमार्क (mooMark) के फाउंडर और सीईओ रंजीत मुकुंदन (Ranjith Mukundan) ने कहा कि यह पूंजी कंपनी को भारत भर में अपने मूल्य-संवर्धित डेयरी उत्पादों की पेशकश को स्थाई रूप से विस्तार करने में सक्षम बनाएगी. इसके अलावा, यह मूमार्क के निर्यात को भी मजबूत करेगी.
स्टेलैप्स की शुरुआत डेयरी IoT समाधान प्रदाता के रूप में हुई थी, लेकिन अब यह मूल्य-संवर्धित डेयरी उत्पादों के अनुबंध निर्माण और निजी लेबलिंग में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गई है. कंपनी एक कम पूंजीगत व्यय, तकनीक-संचालित दृष्टिकोण का उपयोग करके भारतीय और वैश्विक ग्राहकों के लिए अपने उत्पादों की आपूर्ति करती है.
कंपनी के अनुसार, इसकी उन्नत तकनीकी संरचना ट्रेसबिलिटी और स्थिरता को बढ़ाती है. यह सुनिश्चित करती है कि मूमार्क उत्पाद पूरी तरह से ट्रेस किए जा सकें और फार्म स्तर पर कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद कर सकें. यह क्षमता FMCG, D2C, और HoReCa व्यवसायों को प्रीमियम, अद्वितीय डेयरी उत्पादों की पेशकश करने में सहायता करती है, जो उनके नेट ज़ीरो लक्ष्यों का समर्थन करती हैं. कंपनी का दावा है कि वह 42,000 गांवों में 3.5 मिलियन से अधिक किसानों पर प्रभाव डालती है और हर दिन 14 मिलियन लीटर दूध के प्रवाह को डिजिटाइज करती है.
स्टेलैप्स ने FY24 में लगभग 360 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया और FY25 में 400 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है, जबकि ऑडिटेड परिणाम अभी आने बाकी हैं. स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म द क्रेडिबल के अनुसार, कंपनी का FY23 में 305 करोड़ रुपये का राजस्व था और उसे लगभग 32 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. बता दें कि इस साल कई डेयरी ब्रांड जैसे कंट्री डिलाइट, अक्षयकल्प और सिड्स फार्म ने वेंचर फंडिंग प्राप्त की है, जबकि ओटिपी और मिल्की मिस्ट अतिरिक्त पूंजी जुटाने के लिए चर्चा कर रहे हैं.
Comments
Post a Comment